Main Tera Boyfriend Tu Meri Girlfriend
Gourav Kumar
* Affiliatelinks/Werbelinks
Links auf reinlesen.de sind sogenannte Affiliate-Links. Wenn du auf so einen Affiliate-Link klickst und über diesen Link einkaufst, bekommt reinlesen.de von dem betreffenden Online-Shop oder Anbieter eine Provision. Für dich verändert sich der Preis nicht.
Belletristik / Gegenwartsliteratur (ab 1945)
Beschreibung
लेखनी इन्होंने कहीं से सीखी नहीं है ये इनकी ईश्वरीय भेंट है। एक बार हाथ में कलम आ गयी तो इन्हें लगता है ये कुछ भी लिख सकते है। कहानी, कविता, गाने, फिल्म स्कृप्ट, शोट् फिल्म, वेव़ सिरीज़ हर क्षेत्र में ये अपने रंग बिखेर चुके है। ये ऐसी विषयों पर लिखना पसंद करते है जिसपर बहुत कम लोगों ने लिखा हो। यह इनकी पांचवीं पुस्तक है, इनकी कुछ शोट् फिल्में यूट्यूब पर मौजूद है। इनकी तीसरी पुस्तक "Mr and Miss Perfect" को आप कु.कु. एफ एम पर भी सुन सकते है। बाकी इनके बहुत सारे फिल्मी प्रोजेक्टस शुरू होते ही बंद हो जाते है क्योंकि ये मुम्बई है गुरू यहां पिसे बिना फल क्या फल का दाना भी नसीब नहीं होता।
जिंदगी के काफी साल इन्होंने बिहार में बिताए है इसलिए खुद को बिहारी कहवाना ज्यादा पसंद करते है। लेखक इनके लिए पैंशन नहीं है.... जो है बस यही है। जिंदगी में आने वाली कठिनाइयां इनकी सबसे बड़ी प्रेरणा है। महात्मा गांधी व सचिन तेंदुलकर को ये अपना गुरु मानते है। फिलहाल ये मुम्बई में है और एक यूट्यूब चैनल के लिए काम कर रहे है।
Plot- हर नार्मल लड़का-लड़की की तरह गुलाब- सोनालिका भी कॉलेज में मिलते है और गहरे दोस्त बन जाते है मगर उनके आसपास के लोगों को लगता है उनके बीच कुछ चल रहा है।
" No, we are just a good friend there is nothing between us."
" हम सिर्फ अच्छे दोस्त है इससे ज्यादा कुछ भी नहीं।"
" नहीं हमारे बीच कुछ नहीं चल रहा हम दोस्त है और दोस्त रहेंगे।"
मगर उनके सवाल खत्म ही नहीं होते इसलिए उनके सवाल से बचने के लिए वे डिसाइड करते है अगर अगली बार कोई उनसे पूछेगा तो वे कह देगें कि वे कपल है ताकि लोग उनसे सवाल पूछना बंद कर दें। मगर हर कहानी की तरह अपने ही फैलाये रायते में वे खुद धसते चले जाते हैं.....
लेखक ने उसी बिंदु से शुरूआत की है जहां से सभी लेखक करते हैं मगर आगे जाकर उन्होंने महीन सी खुद की रेखा खींचने की कोशिश की है, शायद इस तरह की स्टोरी लाइन हर पाठक वर्ग को पसंद न आए फिर भी लेखक ने ये जोखिम उठाया है।